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बाजरा ज्वार मक्का चना जैसे मोटे अनाज पैदा करें किसान:कृष्ण मुरारी

देहरादुन, बाजरा ज्वार मक्का चना जैसे मोटे अनाज पैदा करें किसान ,गेहूं स्वास्थ्य के लिए ज्यादा लाभकारी नहीं है भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय बीज प्रमुख श्रीमान कृष्ण मुरारी जी ने उपरोक्त विचार देहरादून और हरिद्वार के जनपदों की डीजे बैठक में किसान संघ के लोगों के सामने रखें उन्होंने पशुपालन बागवानी नर्सरी तथा उन्नत बीज तैयार करने पर जोर दिया,

हरिद्वार मैं प्रदेश कार्यालय रामलीला भवन मैं कल 27 दिसंबर को एक किसान गोष्ठी में बोल रहे थे इस अवसर पर संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य मास्टर नकली राम जी और राजीव खत्री जी ने अपने विचार रखें आज 28 दिसंबर को देहरादून जनपद के विकासनगर तहसील के भाऊ वाला के पास तिल वाड़ी के जगतपुर गांव में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें अन्य लोगों के अलावा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमान भवन विक्रम डबराल जी प्रदेश कार्यालय मंत्री श्रीमान मंगतू शिव जी और प्रदेश मंत्री श्रीमान राजेंद्र सकलानी ने अपने विचार व्यक्त किए इस अवसर पर अखिल भारतीय बीज प्रमुख ने खेत के चारों तरफ घूम कर जो अच्छी और मजबूत बाली वाले गेहूं के पौधों को चिन्हित करना अर्थात उनमें धागा बांध देना फिर उनके गेहूं के दाने अलग-अलग थैली में रखना अगले वर्ष उन सभी बीजों को अलग-अलग लाइनों में बोना फिर उनमें अच्छी और मोटी वाली वाले पौधों को चिन्हित करेंगे अलग-अलग थैली में उनके बीज रखेंगे तीसरी बार और चौथी बार यही प्रक्रिया करके हमारा घर का परंपरागत उन्नति तैयार हो जाएगा ,

उन्होंने गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पारिकर जी का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके गांव में तरबूज की खेती होती थी और खेत का मालिक गांव के लोगों को बुलाकर खेत में ही तरबूज खिलाता था और अपने आप अच्छा तरबूज तोड़कर लाता था तरबूज तो ग्रामीण खाते थे किंतु उसके भी एकत्र किए जाते थे और फिर अगली फसल में अच्छे बीजों से अच्छी पैदावार होती थी और यह प्रक्रिया चलते रहते थे पशुओं के अंदर भी उन्नति जाति के सांड से उन्नत किस्म के बछड़े बच्चा पैदा होने और भी अच्छा दूध देंगे पौधशाला में भी नर्सरी में भी उन्नत किस्म की पौधों की कलम बनाकर उनका चयन करेंगे इससे किसानों को एक आमदनी का माध्यम शरीर पौधशाला के माध्यम से मिलेगा उन्होंने फसल बोने से पहले जमीन की जांच कराने पर भी जोर दिया और जमीन में जिसे तत्वों की कमी है उस तत्व की भरपाई करके ही हम अच्छी फसल ले सकते हैं उन्होंने गोवा आधारित प्राकृतिक खेती देसी गाय आधारित प्राकृतिक खेती पर जोर देते हुए 10 किलो गोबर 10 लीटर गोमूत्र 1 किलो गुड़ 1 किलो बेसन 1 किलो मिट्टी ऐसी लिखे कि जहां योजना पड़ा हो 200 लीटर पानी मिल डालकर दो-तीन दिन तक सुबह दोपहर शाम आधे घंटे के लिए घड़ी की सुई की तरह चलाना है जो जीवामृत तैयार हो जाएगा फसल में पानी देते समय अथवा पलेवा करते समय तरल रूप में इसका प्रयोग हुआ उन्होंने ढांचा सनी की हरी खाद फसल की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने के लिए उपयोगी बताया उन्होंने देसी गाय के कंडे उपले 50 लीटर पानी में 15 किलो 15 दिन के लिए डालें फिर उन कुंडों को बाहर निकाल कर उसे पानी का स्प्रे फसल की बुवाई के 15 दिन बाद एक बार फसल के बीच में और तीसरी बार फल फूल आने से पहले स्प्रे करने से 30% पैदावार बढ़ जाएगी उन्होंने कीटनाशक के लिए 15 दिन पुराना देसी गाय का मट्ठा 1 लीटर गोमूत्र 40 लीटर पानी मिलाकर स्प्रे करने से सब रोग दूर हो जाएंगे उन्होंने जंगली पशुओं के लिए 10 लीटर गोमूत्र 5 किलो नीम की पत्ती 2 किलो दूसरा की पत्ती एक आंकड़े के पत्ते 500 ग्राम लहसुन की चटनी 200 ग्राम लाल मिर्च का पाउडर और 50-50 ग्राम बकैन प्रखंड जामुन आम शीशम सभी के पत्ते डालकर 40 दिन तक धूप में रखना रात्रि में छाया में रखना 40 दिन बाद यह हमारा कीटनाशक तैयार हो जाएगा एक लेटर कीटनाशक 40 लीटर पानी में मिलाकर करने से 1 एकड़ के फसल में जंगली पशु नहीं आने का उन्होंने रासायनिक खाद कॉ पूर्ण बहिष्कार करने का भी संकल्प दिलाया क्योंकि सभी प्रकार की बीमारी शरीर में हो रही है बीपी लो हाई शुगर कैंसर आज की तारीख में जर्सी गायों से कैंसर हो रहा है जबकि देसी गाय का दूध कैंसर को नष्ट करता है उन्होंने हर परिवार में देसी गाय पालने का भी संकल्प दिलाया इस अवसर पर भारत माता की जय गौ माता की जय किसान एकता जिंदाबाद और सभी किसानों से 1 से 10 जनवरी तक किसान जागरण अभियान चलाकर किसानों को लाभकारी मूल्य की मांग को लेकर 11 जनवरी 2022 को संपूर्ण देश के सभी तहसील और विकासखंड कार्यालय पर होने वाले धरना प्रदर्शन को सफल बनाने की अपील की जहां जहां हमारी सदस्यता हुई है ग्राम समिति का गठन हो गया हर स्थान से महिला पुरुष नौजवान धरने प्रदर्शन में आएंगे इसी के लिए संगठन मंत्री उत्तराखंड सुकर्म पाल राणा ने सभी किसानों से धरना प्रदर्शन सफल बनाने का आह्वान किया और भारी संख्या में तहसील विकास खंड कार्यालय पर पहुंचकर महामहिम राष्ट्रपति जी को श्रीमान उप जिला अधिकारी अथवा विकास खंड अधिकारी के माध्यम से अधिकार पत्र भेजा जाएगा लोकल और क्षेत्रीय समस्याओं के लिए महामहिम राज्यपाल के नाम दूसरा ज्ञापन भेजा जाएगा,इस अवसर पर ग्राहक पंचायत के प्रदेश अध्यक्ष श्रीमान राजेश शर्मा जी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कार्यकर्ताओं से बीज बागवानी प्राकृतिक खेती पेड़ पौधों की नर्सरी सब्जी सारे आदि की सभी अपने परंपरागत बीज तैयार करने पर जोर दिया,

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