आज दिनांक 9 दिसम्बर को प्रातः 11 बजे सैनिक विश्राम गृह लखनपुर में रामनगर क्षेत्र के पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और सैनिक आश्रितों द्वारा दिवंगत देश के प्रथम सीडीएस, पूर्व थलसेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को एवं उनके साथ शहीद हुए 12 शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर पूर्व सैनिकों ने कहा कि जनरल बिपिन रावत की विदेशी शक्तियों एवं देश के भीतर बैठे हुए गद्दारों द्वारा गहरी साजिश के तहत सुनियोजित षड़यंत्र कर निर्मम हत्या की गई है, यह दुर्घटना नहीं बल्कि देश के दुश्मनों की एक गहरी साजिश है। इससे पूर्व में पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल विपिन जोशी की भी हत्या की गई थी, जिसका खुलासा आज तक नहीं हो पाया है।
पूर्व सैनिकों ने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत कोई छोटे सेना के अधिकारी नहीं, बल्कि वे देश की तीनों सेनाओं के सर्वोच्च अधिकारी थे। सबसे बड़ी बात तो यह है कि विपिन रावत पाकिस्तान और चीन को सबक सिखाने के लिए युद्धक नीतियां मजबूत कर रहे थे। विपिन रावत चीन और पाकिस्तान के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब भी दे रहे थे। कश्मीर में उन्होंने आतंकवादियों को कठोरता के साथ कुचलने की नीति अपनायी थी और सेना को पूरी छूट दे रखी थी। वे एक ऐसे बहादुर सेनापति थे जो बाहरी ही नहीं बल्कि आतंरिक दुश्मनों को भी खुलकर ललकारते थे और उनके देशद्रोही करतूतों को भी कठोरता के साथ कुचलने की पैरवी करते थे। इसलिए देश के अंदर भी बिपिन रावत के दुश्मनों की कोई कमी नहीं थी।
उन्होंने हथियार दलालों और सेना की आपूर्ति लाइन में रिश्तवखोरी पर अंकुश लगा रखा था। हथियार दलालों की एक नहीं चल रही थी और हथियार दलालों की करोड़ों-अरबों कमाने के सपने टूट रहे थे। सेना के लिए जरूरी सामानों की आपूर्ति में चल रही रिश्वतखेारी भी रुकी थी। इस कारण आपूर्ति दलाल भी उनसे नाराज थे। सेना का जब कोई सर्वश्रेष्ठ अधिकारी जिस हेलीकाॅप्टर और जिस विमान पर सफर करते हैं उस विमान और हेलीकाॅप्टर की तकनीकी कमियां पहले ही दूर कर ली जाती हैं। चाकचौबंद सुरक्षा की गारंटी देने वाला हेलीकाॅप्टर में ही ऐसे अधिकारी सफर करते हैं। पूर्व सैनिकों ने कहा कि हम सभी इस बहादुर देशभक्त और महान सैनिक विपिन रावत और उनके साथ मृत्यु को प्राप्त सभी सैनिक, असैनिक शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और भारत सरकार से मांग करते कि इस दुर्घटना की विशेष टीम द्वारा गहरी जांच की जानी चाहिए और साजिशकर्ताओं का जल्द से जल्द पर्दाफाश किया जाना चाहिए। इस अवसर पर उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग रामनगर के अध्यक्ष सूबेदार मेजर नवीन पोखरियाल, पूर्व सैनिक कल्याण एवं उत्थान समिति के संरक्षक कैप्टन हरगोविंद पांडे, अध्यक्ष सूबेदार मेजर कुलवंत सिंह रावत, सचिव व पार्षद भुवन डंगवाल, संगठन मंत्री भारत बंधु, उपाध्यक्ष सूबेदार मेजर दामोदर जोशी, ऑडिटर कैप्टन पूरन सिंह बिष्ट, ब्लॉक प्रतिनिधि चंद्र मोहन मनराल, जिला सैनिक कल्याण के भगवत सिंह चौहान,कंपनी हवलदार मेजर भारत सिंह रावत (सेना पदक*), हवलदार गोविंद सिंह नेगी (सेना पदक), सूबेदार मेजर पुष्कर सिंह भंडारी,
चंदन सिंह अधिकारी, प्रकाश रावत, सूबेदार मेजर पटवाल, सूबेदार बहादुर सिंह, नायक परवीन कुमार, श्री गौरव, श्री अजय, श्रीमती शिखा श्री अरविंद सिंह रावत, कंपनी हवलदार मेजर धर्म सिंह सहित काफी संख्या में पूर्व सैनिक व सैनिक आश्रित उपस्थित थे।
सूबेदार मेजर नवीन चन्द्र पोखरियाल अध्यक्ष, उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग रामनगर जिला नैनीताल उत्तराखंड मोबाइल नंबर – 9897095811