नई दिल्ली 9 दिसम्बर। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन से बुधवार को समूचे देश भर में मातम पसर कर गया। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि 8 दिसंबर का दिन एक अपूर्णीय क्षति के साथ समाप्त होगा। देश के पहले सीडीएस रहे जनरल बिपिन रावत ने भारतीय सेना को मजबूती देने के साथ-साथ रक्षा क्षेत्रों में कई नवीन प्रयास किए थे। उनके निधन से रक्षा क्षेत्र को भारी क्षति पहुंची हैं।हालांकि अब सवाल उठता है कि आखिर अब सीडीएस पद के लिए अगला योग्य व्यक्ति कौन होगा? और किसके बाजुओं पर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी? सरकार अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ किसे बनाएगी यह फिलहाल साफ नहीं है। हालांकि इसकी संभावना जरूर बन रही है कि यह पद किसी वरिष्ठ सेना के अधिकारी और अनुभवी व्यक्ति को दिया जा सकता है और वरिष्ठ सेना के अधिकारियों तथा अनुभवी लोगों में तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हैं। सीडीएस का पद सेना के तीनों अंगों में समन्वय बनाने के लिए बनाया गया था। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद सेना के तीनों प्रमुखों से ऊपर होता है। इतना ही नहीं, इस पद पर कार्यरत व्यक्ति की उम्र सीमा 65 साल होती है। जनरल बिपिन रावत चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के तौर पर सैनिक मामलों के विभाग के भी प्रमुख थे। वे तीनों सैन्य सेवाओं के लिए प्रशासनिक कार्यों की देख-रेख करते थे। देश के सभी सुरक्षा एजेंसियों, संगठनों और साइबर कार्यों की कमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के हाथों में ही होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बुधवार को बैठक हुई। सीसीएस की इस बैठक में एमआई-17 वी5 दुर्घटना में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखा गया। हालांकि सूत्रों ने जानकारी दी कि इस बैठक में अगले सीडीएस के नाम पर भी विचार विमर्श किया गया। सीडीएस पद के लिए जो सबसे योग्य नाम सामने आ रहा है उनमें वर्तमान सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे का है। इसके बाद जिनके नामों पर अटकलें हो रही हैं, उनमें भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार शामिल हैं। डिफेंस एक्सपर्ट सुशांत सरीन ने बताया कि सरकार अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ किसे बनाएगी यह फिलहाल साफ नहीं है। हालांकि इसकी संभावना जरूर बन रही है कि यह पद किसी वरिष्ठ सेना के अधिकारी और अनुभवी व्यक्ति को दिया जा सकता है और वरिष्ठ सेना के अधिकारियों तथा अनुभवी लोगों में तीनों सेनाओं के प्रमुख यानी आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के चीफ शामिल हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि केंद्र अपने पैरामीटर्स के हिसाब से सीडीएस का चुनाव करेगी। इसपर स्थिति फिलहाल स्पष्ट नहीं है, हालांकि इस पद के लिए सबसे ऊपर सेना प्रमुख एमएम नरवणे का ही नाम है। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ 19 महीने से सैन्य टकराव चल रहा है। जिसकों देखते हुए सेना, नौसेना और भारतीय वायुसेना को थिएटर कमांड में एकीकृत करने के साथ-साथ खरीद, योजना, प्रशिक्षण और सिद्धांतों के संदर्भ में उनके बीच आवश्यक तालमेल बनाने के लिए सीडीएस पद पर जल्द नियुक्ति की सख्त जरूरत है। जनरल रावत ने इसकी पूरी प्रक्रिया शुरू कर दी थी लेकिन उनके असामयिक निधन की वजह से काम अधूरा रह गया है, जिसे तेजी से किए जाने की जरूरत है।
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